दुनिया का सबसे खुश इंसान , साइंटिस्ट भी नही कर पाए खोज जानकार हो जाएंगे हैरान आखिर कौन है ये.

 

Yuva Haryana: मनुष्य के जीवन में तनाव खुशी और निराशा आते ही रहते हैं। लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे, कि दुनिया में एक ऐसा व्यक्ति भी है जो कभी निराश नहीं हुआ। वह हमेशा खुश रहता है। हालांकि आपको बता दें,कि जहां इंसान खुश रहता है,वहां मनुष्य का निराश होना भी आम बात है। लेकिन इंसान को खुश रहना, ज्यादा पसंद होता है,

वह ना चाहते हुए भी मनुष्य के जीवन कैसे ना कैसे में निराशा आई जाती है । आपको बता दें, कि मैथ्यू रिकार्ड नाम का एक ऐसा शख्स है, जो कभी निराश नहीं हुआ। वह हमेशा ही खुश रहता है। इस शख्स ने उदासी को मारकर खुश रहना सीख लिया है। हाल ही में गूगल पर इन्होंने सबसे खुश रहने वाले इंसानो में से एक का रिकॉर्ड दर्ज किया है।

साइंटिस्ट ने की एक लंबी रिसर्च
दरअसल आपको बता दें, साइंटिस्ट रिसर्च ने इनके, खुश रहने के राज का तकरीबन 12 साल तक का लंबा रिसर्च किया था। जिसके आधार पर इसका पता लगाया गया। बता दें, कि मैथ्यू रिकार्ड, एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु हैं।जिन्हें दुनिया का सबसे खुश आदमी कहा जाता है। हालांकि ऐसा इसलिए है। क्योंकि उन्होंने विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय में एक रिसर्च किया। जिसमें कि न्यूरोसाइंटिस्ट रिचर्ड डेविडसन के नेतृत्व में ध्यान किया और करुणा पर 12 साल के मस्तिष्क के अध्ययन में भाग लिया था।
डेविसन ने अपने अध्ययन में रिकार्ड के सिर को 256 सेंसर से जोड़ा व उन्होंने पाया, कि जब रिकार्ड करुणा पर ध्यान कर रहे थे, तो उनका दिमाग असामान्य रूप से हल्का था। उन्होंने कहा कि स्कैन से पता चला है, कि ध्यान करते समय, रिकार्ड का मस्तिष्क गामा तिरंगे पैदा करता है। हालांकि रिकार्ड का कहना है कि अगर यदि आपको भी खुश रहना है,तो परोपकारी बनने का पूरा प्रयास करना चाहिए। जिससे कि आपको बेहतर महसूस होगा। जिससे आपका मन भी शांत रहेगा।
आपको बता दें,
कि इनका जन्म फ्रांस में सन् 1946 में हुआ था। जिसके बाद उन्होंने, आणविक आनुवंशिकी में अपनी पीएचडी पूरी की और उन्होंने वैज्ञानिक करियर को पीछे छोड़ा और हिमालय में आध्यात्मिक खोज शुरू करने का फैसला किया। हालांकि वे सन् 1991 में पहली बार दुखी हुए थे। उसके बाद वह आज तक सुखी हैं। बता दे,कि पूरी दुनिया के में इन्हें सबसे खुश रहने का रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। 
ख़ुशी की खोज
खुशी की खोज ने उन्हें कुछ सबसे प्रतिष्ठित बौद्ध आचार्यों के अधीन अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया, जिसमें उनके आध्यात्मिक गुरु, दिलगो खेंत्से रिनपोछे भी शामिल थे। हालांकि उन्होंने कई किताबें लिखी है। जिसमें से सबसे ज्यादा बिकने में वाली किताब है- 'हैप्पीनेस: ए गाइड टू डेवलपिंग लाइफ्स मोस्ट इम्पोर्टेन्ट स्किल" बता दें, कि उन्होंने हिमालयी क्षेत्र में वंचित समुदायों को स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सामाजिक सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है। यह हमें याद दिलाते हैं कि प्रसन्नता एक कौशल है।