Most Beautiful IAS or IPS officer : ये आईएएस आईपीएस अफसर हैं बेहद खूबसूरत, बॉलीवुड एक्ट्रेस को देती हैं टक्कर

Bride Market: सामानों की खरीद-फरोख्त तो हम सभी करते हैं, लेकिन क्या आप क्या आपने कभी इंसानो के लेन-देन के बारे में सुना है। अगर नहीं तो इस खबर में हम आपको कुछ ऐसा ही बताने जा रहें हैं। एक ऐसी प्रथा जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी।.
यहां लड़कियों को उनके माता-पिता दुल्हनों की मंडी में लेकर पहुंचते हैं। इस मंडी में दुल्हन के तमाम खरीदार होते हैं, जो उसकी बोली लगाते हैं। जो सबसे ज्यादा की बोली लगाता है माता-पिता अपनी बेटी का रिश्ता उसके साथ तय कर देते हैं।
जी हां, मध्यप्रदेश में आज के दौर में भी ये अजीबो-गरीब प्रथा चली आ रही है। जहां कुंवारी लड़कियां और शादीशुदा महिलाओं की बोली लगाई जाती है।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में ‘धड़ीचा’ नाम की प्रथा है, जिसके तहत आज भी कुंवारी लड़कियों से लेकर शादीशुदा पत्नियां तक किराए पर मिलती हैं। इसके लिए 10 रुपए से 100 रुपए तक स्टांप पेपर पर करार भी होता है। यहां आने वाले पुरुष अपनी पसंदीदा महिला को एक रकम अदा कर तय समय के लिए किराए पर ले जाते हैं।
कुंवारी लड़कियां और शादीशुदा महिलाओं की लगती है बोली
धड़ीचा के लिए हर साल एक तय समय पर मंडी लगती है। इसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से खरीदार आते हैं। यहां कुंवारी लड़कियों के अलावा शादीशुदा महिलाएं भी आती हैं। सबके चाल-चलन देखकर उनकी रकम तय होती है और खरीदार एक निश्चित समयसीमा के लिए लड़कियों या महिलाओं को अपनी पत्नी बनाकर ले जाते हैं।
15 हजार से शुरू होती है बोली
जानकारी के मुताबिक इस मंडी में पत्नियों की कीमत 15 हजार रुपए से शुरू होती है। ये कीमत सिर्फ यहां तक सीमित नहीं है। 15 हजार रुपए से शुरू होने वाली कीमत 4 लाख रुपए तक जाती है। पुरुष एक साल या उससे कम समय के लिए रकम अदा कर पत्नी को किराए पर ले जाता है।
10 रुपए से स्टांप पेपर पर होता है करार
दोनों पक्षों के बीच 10 रुपए से लेकर 100 रुपए तक के स्टांप पेपर पर करार होता है। इसमें दोनों पक्षों की शर्तें लिखी जाती हैं। इसके बाद पति-पत्नी दोनों एग्रीमेंट में साइन करते हैं। अगर उस शख्स को यही पत्नी फिर से चाहिए होती है तो मंडी जाकर दोबारा एग्रीमेंट बनवाना होता है और रकम अदा करनी होती है।