मजेदार किस्सा : चोरी हुई गाय, पुलिस ने DNA टेस्ट कराकर लगाया असली मालिक का पता

Yuva Haryana : राजस्थान के चुरू जिले में 18 महीने पहले एक गाय चोरी हो गई थी। जिसकी रिपोर्ट पुलिस में लिखवाई गई पुलिस ने असली मालिक तक पहुंचने के लिए गाय का डीएनए टेस्ट करवाया। डीएनए टेस्ट की मदद से पुलिस ने गाय के असली मालिक को पता लगाया पुलिस ने ये टेस्ट हैदराबाद में करवाया है जिसमें 28000 रूपये का खर्च आया है.
यह पूरा मामला चूरू जिले के सरदारशहर तहसील का है। यहां एक गाय को लेकर दो पशुपालकों में विवाद हो गया। दोनों ने गाय पर अपना-अपना दावा किया कि यह मेरी गाय है। इसको लेकर एक पशुपालक ने दूसरे के विरूद्ध थाने में चोरी का मामला दर्ज करवा दियाय़ यह अजीबोगरीब मामला सामने आने के बाद पुलिस भी पशोपेश में पड़ गयी कि आखिर गाय के असली मालिक का कैसे पता लगाया जाए।
आईजी बीकानेर ने गाय चोरी प्रकरण की जांच का जिम्मा बदल कर तारानगर डीएसपी ओमप्रंकाश गौदारा को दे दी. गाय किसकी है यह पता लगाने के लिए पुलिस जांच में जुट गई.
सरदारशहर के रामनगर बास के वार्ड 1 के निवासी पशुपालक दूलाराम डारा की लगभग 18 महीने पहले गाय चोरी हो गई थी। इसको लेकर उन्होंने थाने में शिकायत की थी, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बुजुर्ग दूलाराम ने छह महीने पहले टावर पर चढ़कर अपनी पीड़ा जाहिर की थी।
आईजी बीकानेर ने गाय चोरी प्रकरण की जांच का जिम्मा बदल कर तारानगर डीएसपी ओमप्रंकाश गौदारा को दे दी। गाय किसकी है यह पता लगाने के लिए पुलिस जांच में जुट गई।
गाय मिलने पर पीड़ित खुश
दूलाराम ने बताया कि चोरी हुई गाय की मां भी मेरे घर में ही है। मेरी गाय की बछिया को जबरन उठा कर ले जाया गया है। पुलिस ने दूलाराम के घर मैं मौजूद गाय व विवादित गाय का डीएनए जांच करवाया. डीएनए की जांच राजस्थान में नहीं होती, इसलिए यह जांच हैदाराबाद में करवाया गया. डीएनए रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने शनिवार को गाय को उसके असली मालिक दूलाराम जाट डारा के हवाले कर दिया।अपना गुम हुई गाय को वापस पाकर पीड़ित दूलाराम जाट बेहद खुश है।