नाम, नंबर दोनो सेम, UPSC रिजल्ट में 44वीं रेंक पर विवाद, हरियाणा और बिहार के तुषार के बीच हुआ कंफ्यूजन

Yuva Haryana: यूपीएससी का रिजल्ट आया तो देश से जितने भी अभ्यार्थी इस रिजल्ट में पास हुए हैं उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा है। इसी बीच में कैसा मामला सामने आया है जो सभी को चकित कर रहा है। दरअसल हुआ यूं कि बिहार के भागलपुर जिला अंतर्गत सुल्तानगंज उधाडीह के रहने वाले तुषार कुमार के घर में गांव में उत्सव जैसा माहौल बन गया था तुषार ने इस यूपीएससी के परीक्षा में 44 वीं रैंक प्राप्त की है।।
तुषार अभी बीपीएससी परीक्षा में सफल होकर कैमूर में बतौर अवर निर्वाचन पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं उन्होंने यूपीएससी को परीक्षा छठे प्रयास में क्लियर की है इससे पहले वह 5 बार इंटरव्यू के दौरान बाहर हो गए थे । बात यह है कि तुषार के रिजल्ट के बाद से तुरंत एक विवाद खड़ा हो गया है।
विवाद यह है कि हरियाणा के रहने वाले एक तुषार ने भी यूपीएससी में 44 वीं रैंक पर आने का दावा किया है । रेवाड़ी के मोहल्ला सत्ती कॉलोनी निवासी तुषार के माता-पिता का देहांत हो चुका है । स्वर्गीय बृजमोहन सैनी के पुत्र तुषार ने दावा करते हुए अपना प्रवेश पत्र भी दिखाया है।
जिसमें वही रोल नंबर भी अंकित है जो बिहार के तुषार के प्रवेश पत्र पर है। जब यह विवाद तूल पकड़ता हुआ नजर आया तो भागलपुर निवासी तुषार कुमार से मीडिया द्वारा बात की गई । तुषार कुमार ने बताया कि वही इस परीक्षा में सफल हुए हैं । जो हरियाणा का तुषार है वह पूरी तरह से भ्रामक है। बिहार के तुषार कुमार ने कहा कि उन्होंने हरियाणा के तुषार कुमार से फोन पर बात की और कहा कि वह यह भ्रम क्यों फैला रहा है।
बिहार निवासी तुषार ने दावा किया है कि हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड नकली है। उसे एडिट करके बनाया गया है । और उसमें यूपीएससी का वाटर मार्क भी नहीं है।
बिहार के तुषार ने कहा कि हरियाणा वाला तुषार बस माहौल बना रहा है । और अपने कोचिंग में भी उसने यह बात फैलाई है ।यूपीएससी दूध और पानी को अलग अलग कर देगी। तुषार ने कहा कि यूपीएससी की परीक्षा का जो फॉर्म भरना होता है कई ऐसे कागजात होते हैं जो मैंने हरियाणा के तुषार से मांगे लेकिन वह नहीं देना चाहता।
बिहार के तुषार का दावा है कि वह निश्चित है और आगे की प्रक्रिया में लगा हुआ है। बता दे यूपीएससी ही अब इस विवाद को साफ करेगी कि कौन तुषार सही है। ? और किस ने इस परीक्षा में सफलता पाई है ऐसे मामले पूर्व में भी सामने आ चुके हैं।