पंचकूला HSDM रिश्वतकांड में IAS दहिया पर हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित, अग्रिम जमानत याचिका पर दोनों पक्षों में हुई जमकर बहस

 

हरियाणा कौशल विकास मिशन (HSDM) रिश्वत कांड में IAS विजय दहिया अग्रिम जमानत के लिए पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। 

उन्होंने 5 दिन पहले हाईकोर्ट में हरियाणा एंटी करप्शन (ACB) से गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।

इस मामले में दोनों पक्षों के बीच लंबी बहस चली। हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया है। 

मामले की सुनवाई जस्टिस जीएस गिल की कोर्ट में हुई।

IAS विजय दहिया के खिलाफ हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो ने करप्शन का केस दर्ज किया है। 

रिंकू मनचंदा ने ACB को शिकायत दी थी कि उनके बिल के भुगतान के 49 लाख रुपए के एवज में मिशन ऑफिस से रिश्वत मांगी गई है। 

करनाल यूनिट ने रिश्वत मांगने वाली महिला पूनम चोपड़ा को गिरफ्तार कर लिया था। पूनम ने पूछताछ में दहिया का नाम लिया था।

इस मामले में ACB ने पूनम को पकड़कर पूछताछ की। तब पता चला कि पूनम चोपड़ा के लिंक कौशल विकास मिशन के चीफ IAS विजय दहिया के साथ हैं। 

ACB ने FIR में पूनम चोपड़ा के साथ विजय दहिया को भी नामजद कर लिया था। 

एसीबी ने इस मामले में दहिया से पूछताछ भी की, लेकिन आरोपों को उन्होंने निराधार बताया था।

जिसके बाद दहिया को एसीबी ने छोड़ दिया था। इसके बाद से दहिया अंडरग्राउंड चल रहे हैं। 

गृह मंत्री अनिल विज के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना था, लेकिन केस दर्ज होने के बाद वह भी रद्द हो गया था।

हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से जांच में शामिल होने के लिए दहिया को नोटिस भेजा गया था। 

इस नोटिस में ACB की ओर से 7 दिन का समय दिया गया था, उन्हें सोमवार को पेश होना था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। 

अब एसीबी उनकी गिरफ्तारी को लेकर उनके संभावित ठिकानों पर दबिश देने की योजना बना रही है। गिरफ्तारी की तलवार के डर से दहिया हाईकोर्ट पहुंचे हैं।

इस पूरे मामले में हरियाणा CID को जांच के दौरान IAS दहिया के खिलाफ कुछ अहम सबूत मिले हैं। 

CID लगातार इस मामले की शिकायत करने वाले रिंकू मनचंदा से संपर्क बनाए हुए है। पूछताछ के दौरान कई ऐसे सुराग मिले हैं, जिनसे दहिया की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। 

हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से इस मामले में कोई भी बयान अधिकारियों की ओर से नहीं दिया गया है।

रिश्वत कांड में फंसे दहिया अब हरियाणा सरकार के निशाने पर भी आ गए हैं। हाल ही में हुए प्रशासनिक तबादलों के दौरान उनके दो महत्वपूर्ण विभाग छीन लिए गए हैं। 

ACB और CID की जांच में मिल रहे सबूतों को देखते हुए सरकार अब दहिया के खिलाफ सख्त फैसला लेने की तैयारी कर रही है।