आखिर 44वीं रैंक किसकी? आयोग ने किया साफ , किस तुषार ने की परीक्षा पास?

UPSC Results Controversy: हरियाणा में इस समय UPSC परीक्षा की 44वीं रैंक के लेकर विवाद खड़ा हो गया था । लेकिन आयोग ने है साफ कर दिया है की आखिर भागलपुर के तुषार या हरियाणा के तुषार में से कौन इस परीक्षा में पास हुआ है।यूपीएससी ने अपनी जांच में बताया कि रेवाड़ी निवासी तुषार कुमार ने ही फर्जीवाड़ा किया था। रेवाड़ी का तुषार कुमार प्रारंभिक परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाया था।
यूपीएससी ने माना है कि बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने ही परीक्षा उत्तीर्ण की है और उनकी ही 44वीं रैंक है। वहीं दूसरी ओर से गुरुवार को यूपीएससी कार्यालय जाने की बात कहकर घर से निकले रेवाड़ी के तुषार का अभी कोई सुराग नहीं लगा है। इस मामले को लेकर तुषार के परिजन भी परेशान हैं। तुषार की भाभी ने बताया कि शुक्रवार को उनके पति तुषार को ढूंढने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।
यूपीएससी ने 23 मई को परीक्षा का रिजल्ट जारी किया था, जिसमें 44वीं रैंक पर तुषार कुमार का नाम व रोल नंबर 1521306 दिया गया था। रिजल्ट आने के बाद रेवाड़ी के तुषार ने दावा किया था कि परीक्षा में वह पास हुआ है। उन्होंने 1521306 रोल नंबर वाला अपना इंटरव्यू कार्ड भी दिखाया था।
मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से फर्जीवाड़े का यह पूरा मामला यूपीएससी के पास पहुंच गया था। यूपीएससी ने इस मामले की पूरी परत खोलते हुए शुक्रवार को बयान जारी किया। इसमें बताया कि रेवाड़ी निवासी तुषार ने सिविल सर्विसेज के लिए आवेदन किया था, जिसको 2208860 रोल नंबर जारी किया गया था। तुषार को पेपर वन में माइनस 22.89 अंक मिले थे। वहीं पेपर टू में 44.73 अंक आए थे। यूपीएससी के नियमों के अनुसार पेपर टू में कम से कम 66 अंक लाने वाले ही उत्तीर्ण माने गए। ऐसे में रेवाड़ी का तुषार प्रारंभिक परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाया था। यूपीएससी के अनुसार बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार को ही 1521306 रोल नंबर जारी किया गया था, जिसने 44वीं रैंक प्राप्त की है।