हरियाणा के इस किसान ने रिक्शा चलाकर बना डाली फूड प्रोसेसिंग मशीन , जानिए कौन है ये ?

Yuva Haryana: आज एक ऐसे शख्स की कामयाबी की स्टोरी आपको बताते हैं जिसने दसवीं के बाद मजबूरी में दिल्ली की सड़कों पर रिक्शा भी चलाया और फुटपाथ पर अनगिनत रातें भी गुजारीं. जेब में केवल 70 रुपये थे और सड़क दुर्घटना में गंभीर चोट लगने के बाद वापस गांव लौटना पड़ा. पिता किसान थे और खेती के नाम पर मुट्ठी भर जमीन थी जिससे घर का गुजर-बसर होना भी मुश्किल था.
हालात का मारा यह किसान पूरी तरह से बेरोजगार हो चुका था. लेकिन मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा उसे रात-दिन चैन नहीं लेने देता था. फिर अपनी सूझबूझ और कड़ी मेहनत के दम पर इस किसान ने पारंपरिक खेती को छोड़ जड़ी बूटियों की खेती पर फोकस किया. इससे भी कुछ खास फर्क नहीं पड़ा तो टेक्निकल खेती करने की ठान ली. इसी के दम पर इस किसान ने बड़ा नाम कमाया है.
रिक्शा चालक ने बना डाली फूड प्रोसेसिंग मशीन
संकट के इस दौर में किसान पारंपरिक खेती से इतर धर्मबीर में जड़ी-बूटियों की खेती पर फोकस किया. इससे भी उन्हें खास फायदा नहीं हुआ. फिर उन्होंने टेक्निकल खेती करने की ठान ली. खुद से एक ऐसी मल्टीपर्पज फूड प्रोसेसिंग मशीन बना डाली. इसके बाद से इस किसान की जिंदगी ही बदल गई. आज इस किसान की गिनती बड़े उद्यमियों में होती है. उनके चलते ग्रामीण क्षेत्रों के कई घरों को रोजगार मिला है.
विदेशों में एक्सपोर्ट किए जा रहे हैं धर्मवीर के बनाएं प्रोडक्ट
यमुनानगर के प्रगतिशील किसान धर्मबीर कंबोज के मल्टीपरपज फूड प्रोसेसिंग मशीन में जड़ी-बूटियों का अर्क निकाला जा सकता है. यह अर्क विभिन्न बीमारियों में राहत देने का काम करता है. इस मशीन की मदद् से आज विभिन्न किस्म की वनस्पितियों का इस्तेमाल स्किनजेल, शैंपू, साबुन, हेयरआयल, नेचुरल परफ्यूम, हैंडवाश, गुलाबजल, जैम, टमाटोकेचप, हल्दी का पेस्ट, एलोवीरा, जामुन, पपीता के जूस जैसे 100 से भी अधिक प्रोडेक्ट बनाने में किया जाता है. ये प्रोडेक्ट दुनियां के कई देशो में एक्पोर्ट भी किए जा रहे हैं.