हरियाणा के इस जिले में बनेगी दुनिया की सबसे बड़ी मंडी, जानिए क्या होगा फायदा

 

हरियाणा के सोनीपत मैं अब एशिया की सबसे बड़ी मंडी बन रही है। दरअसल आपको बता दें,कि अब हरियाणा में लोगों ने बागवानी शुरू करने की वजह से सोनीपत के गन्नौर में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के साथ 537 एकड़ में विकसित की जा रही, अंतरराष्ट्रीय फल, फूल एवं बागवानी मार्केट एशिया की सबसे बड़ी मंडी होगी। अब इस अंतर्राष्ट्रीय मंडी से हरियाणा उठेगा ऊपर बता दें, कि इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

देशभर के सारे राज्यों में इस मंडी से माल पहुंचाया जाएगा।

आपको बता दे,कि हैदराबाद की नागार्जुन कंपनी को 2600 करोड़ रुपये की लागत से मार्केट को विकसित करने का टेंडर आवंटित किया गया है। अब मार्केट की मंडी होगी विशाल। बता दें, कि इसका निर्माण हरियाणा इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चर मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है। जिससे भारत देश विकास की ओर प्रगति कर रहा है। 
*अंतरराष्ट्रीय बाजार में मिलेगी अव्यवस्था।*
साथ ही आपको बता दें, कि अब अंतरराष्ट्रीय बागवानी मार्केट में 1200 दुकानें बनाई जाएंगी। जिसमें सामग्री प्रबंधन निपटान किया जाएगा। साथ ही साफ सफाई और ई-नीलामी की मॉडर्न सुविधाएं भी करवाई जाएगी। मार्केट में किसान विश्राम गृह, कोल्ड स्टोरेज, धुलाई, बैंडिंग, पैक हाउस, प्रोसेसिंग यूनिट जैसी अन्य चीजों व्यवस्था उठाई जाएगी। आपको बता दें,कि माल के संग्रहण के लिए गोदाम भी बनाए जाएंगे। जिसमें की माल का हानि ना हो।
बताया जा रहा है, की अंतर्राष्ट्रीय बागबानी मार्केट के लिए, 14 राज्यों से माल मंगवाया जाएगा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बागवानी मार्केट में, 1200 दुकानें बनाई जाएंगी। खास बात यह है कि नीचे दुकानें और ऊपर कार्यालय बनाए जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय मार्केट की सुविधा और सुरक्षा के साथ साथ शांति बनाए रखने के लिए, पुलिस स्टेशन भवन निर्माण भी करवाए जाएंगे। अग्निशमन सेवाओं से संबंधित अग्निशमन कार्यालय भी बनाया जाएगा । हालांकि बता दें, कि मार्केट परिसर में 5 बिजलीघर भी बनाए जाएंगे। जिसका जल्दी निर्माण कार्य शुरू किए जाएंगे।
वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही वर्कशॉप भी बनाई जाएगी। जल की निकासी के लिए, शिविर बनाए जाएंगे और पेयजल की व्यवस्था भी की जाएगी। बागवानी मार्केट में 17 बड़े शेड बनाए जाएंगे। हालांकि इसके अलावा इसके अलावा फल व सब्जियों की मार्केट, किसान बाजार के लिए अलग शेड की व्यवस्था होगी। उच्च अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए क्वार्टर बनाए जाएंगे।