विदेश तक पहुंचा पहलवानों का मुद्दा, समर्थन में आस्ट्रेलिया में प्रोटेस्ट, लोग बोले ये ठीक नही
Jun 5, 2023, 14:49 IST

Yuva Haryana: पहलवानों का मुद्दे की गुंज अब विदेश तक पहुंच गई है । विदेश में बसे भारतीय भी हरियाणा की महिला पहलवानों के समर्थन में खड़े हो गए हैं। ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया प्रांत की मेलबर्न स्थित असेंबली के बाहर भारतीय मूल के लोगों ने महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन किया।
इस शांतिपूर्ण सांकेतिक आंदोलन में पार्लियामेंट ऑफ विक्टोरिया के सामने हरियाणा के वह कई परिवार जुटे, जो यहां के मूल निवासी हैं और ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हैएक इंटरनेट पोस्ट के माध्यम से इन आंदोलनकारी हरियाणवी लोगों ने यह स्पष्ट किया है कि वह किसी भी राजनीतिक दल के समर्थन अथवा विरोध में नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से महिला पहलवानों की आवाज को दबाया जा रहा है और उन्हें न्याय दिलाने में देरी हो रही है, वह उसके खिलाफ हैं।
इस आंदोलन का आयोजन चरखी दादरी के रहने वाले अजय गहलोत के नेतृत्व में किया गया, जो मेलबर्न में रहते हैं। उनके साथ विजय दलाल, कविता दलाल, विवेक डबास और पहलवान संदीप कुमार ने आंदोलनकारी परिवारों का नेतृत्व किया।
पार्लियामेंट ऑफ विक्टोरिया के बाहर आंदोलनकारी अपने हाथों में भारत के झंडे और महिला पहलवानों को न्याय दिलाने के लिए एक बैनर लिए हुए खड़े दिखाई दिए
अजय गहलोत ने कहा कि इस शांतिपूर्ण आंदोलन में मेलबर्न में रहने वाले विभिन्न राज्यों के भारतीय परिवारों ने आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। लोग आते-जाते रहे। भारत के संविधान में शांतिपूर्ण आंदोलन करने का प्रविधान है, जिसका उपयोग करते हुए हमने भारत सरकार से मांग की है कि वह महिला पहलवानों के आंदोलन को दबाने की बजाय पीड़ित महिला पहलवानों को न्याय दिलाए, ताकि देश और दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाली बेटियों का हौसला बढ़ सके।
कविता व विजय दलाल ने कहा कि महिला पहलवानों का आंदोलन पुलिस के दबाव में दबाया गया है। बेरहमी से महिला पहलवानों की पिटाई की गई और उन्हें जमीन पर घसीटा गया। विदेश में भारत की ऐसी तस्वीर बिल्कुल भी अच्छी नहीं है। अजय गहलोत व विवेक डबास ने कहा कि विदेश में बसे भारतीय महिला पहलवानों के साथ हैं। पहलवान संदीप कुमार ने इंटरनेट मीडिया पर जानकारी दी कि हम विदेश से महिला पहलवानों के लिए समर्थन जुटाने का काम करते रहेंगे।