हरियाणा में बिछने लगी है 2024 के चुनावों की बिसात, सीएम खट्टर के बाद अब मंत्री भी इस रणनीति पर करेंगे काम

 

हरियाणा में साल 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन उसके लिए चुनावी बिसात बिछना अभी से शुरू हो गया है. लगातार 9 साल से सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर सत्ता हासिल कर जीत की हैट्रिक लगाने के मूड में नजर आ रही है.

इसी कड़ी में सीएम मनोहर लाल अलग- अलग जिलों में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित कर सीधे प्रदेश की जनता से रूबरू हों रहें हैं. उसी तर्ज पर अब सरकार के मंत्री भी गांवों में जाकर लोगों की समस्याएं सुनते हुए दिखाई देंगे.

पार्टी के खिलाफ ना बनें माहौल

पिछले विधानसभा चुनावों यानि साल 2019 में बीजेपी बहुमत के आंकड़े को छू नहीं पाई थी और उसे सरकार बनाने के लिए JJP का सहारा लेना पड़ा था. ऐसे में सत्ता की कमान अपने हाथों में रखने और वोटर्स की नाराज़गी दूर करने के लिए

बीजेपी ने हर विधानसभा क्षेत्र में अपना प्रभाव जमाने की ठानी है. इसलिए सीएम खट्टर खुद प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं. अब पार्टी के मंत्री भी जल्द ही फील्ड में नजर आएंगे.

सीएम के जनसंवाद कार्यक्रम में विवाद

गत दिनों सीएम मनोहर लाल सिरसा जिले में तीन दिवसीय जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल हुए थे लेकिन उन्हें यहां जबरदस्त विरोध झेलना पड़ा था. खैरेका में सीएम के जनसंवाद के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने सीएम खट्टर को मांग पत्र सौंपाना चाहा,

लेकिन मुलाकात न होने पर उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी. इसके अलावा डबवाली में किसान सीएम से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया. विवाद बढ़ने पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया. वहीं, बणी गांव की सरपंच नैना झोरड़ ने मंच पर ही सीएम खट्टर के सामने बोलते हुए अपना दुप्पटा उनके पैरों में डाल दिया.

सीएम ने जनसंवाद कार्यक्रम की रणनीति में बदलाव किया

आमजन के विरोधाभास को भांपते हुए सीएम मनोहर लाल ने अपने जनसंवाद कार्यक्रम की रणनीति में बदलाव किया है. जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अब गांव में रात गुजारेंगे.

उनका अगला जनसंवाद कार्यक्रम 24-26 मई तक महेन्द्रगढ़ जिले में रहेगा.  वहीं मंत्रियों के लिए तय किया गया है कि वो एक दिन में 4 से 5 गांवों में जाएंगे और लोगों से जनसंवाद करेंगे.