पानी बचाएं और 7000 हजार खाते में पाए, हरियाणा सरकार की इस योजना का लाभ ले सकते है किसान

 
Yuva Haryana: हरियाणा में पानी की बचत करने पर अब सरकार किसानों को पैसा देगी. ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ स्कीम के तहत यह संभव हो सकेगा. किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ के तौर पर रकम दी जाएगी. गिरते हुए भू-जल स्तर को बचाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. यह योजना उसी की बानगी है.
पानी बचाने के लिए ही हरियाणा के सीएम ने वर्ष 2019 में ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना शुरू की थी, जिसमें किसानों को भू-जल बचाने के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि किसान पानी बचाने के लिए आगे आएं. पानी का सही इस्तेमाल करें, इसके लिए सरकार किसानों के लिए कई योजनाएं लेकर आई है.
बताया कि इन्हीं योजनाओं में एक योजना है ‘मेरा पानी मेरी विरासत’. योजना के तहत जो किसान धान की बजाए दूसरी फसल जैसे मक्का आदि की बुआई करेगा, उसे 7 हजार रुपये प्रति एकड़ दिया जाएगा. यही नहीं जो किसान किसान खेत को खाली छोड़ेगा उसे भी सात हजार रुपये दिए जाएंगे. इन सब योजनाओं को लागू करने का मुख्य मकसद पानी को बचाना है.
वैकल्पिक फसलों पर ज्यादा जोर
डॉ. आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि लगातार गिरते भू-जल स्तर को सुधारने व फसल विविधीकरण को बढ़ाने के लिए विभाग की तरफ से करनाल के किसानों से धान फसल लगाने की बजाय वैकल्पिक फसलों की बुआई करने की अपील की जा रही है. बताया कि विभाग द्वारा वैकल्पिक फसलों जैसे-मक्का, कपास, खरीफ दालें (अरहर, मूंग, मोठ, उड़द, ग्वार, सोयाबीन), खरीफ तिलहन (तिल, अरंडी, मूंगफली) चारा फसलें, खरीफ प्याज, सब्जियां यहां तक की खेत का खाली रखना और कृषि वानिकी पोपलर और सफेदा लगाने पर विभाग द्वारा किसान के खाते में 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.