WFI बनाम पहलवान विवाद में साक्षी मलिक के दावे से मची खलबली, 2 BJP नेताओं ने किया धरना देने के लिए मोटिवेट

WFI बनाम पहलवान विवाद में ओलम्पिक चैम्पियन साक्षी मलिक के एक दावे ने खलबली मचा दी है। उन्होंने कहा कि हमें WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना देने के लिए BJP नेता बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने मोटिवेट किया था। यही नहीं, जंतर-मंतर पर धरने की परमिशन भी बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने ही दिलाई थी। साक्षी ने परमिशन लेटर भी दिखाया है।
 

Haryana News: WFI बनाम पहलवान विवाद में ओलम्पिक चैम्पियन साक्षी मलिक के एक दावे ने खलबली मचा दी है। उन्होंने कहा कि हमें WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना देने के लिए BJP नेता बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने मोटिवेट किया था। यही नहीं, जंतर-मंतर पर धरने की परमिशन भी बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने ही दिलाई थी। साक्षी ने परमिशन लेटर भी दिखाया है।

साक्षी और उनके पति सत्यव्रत कादियान ने शनिवार को सोशल मीडिया पर The Truth टाइटल से अपना एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें ये दावे किए। उन्होंने खुद ही सवाल बताए और फिर उनके जवाब दिए।

हालांकि अभी तक पहलवानों के धरने के पीछे बृजभूषण शरण समेत बीजेपी यही कहती आ रही थी कि दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस पार्टी इन खिलाड़ियों को बरगला रही है। वहीं बबीता फोगाट खुद भी रेसलर्स के धरने में राजनीति होने की बात कहती रहीं। वहीं तीर्थ राणा भी हरियाणा के सोनीपत से ही भाजपा के जिला अध्यक्ष हैं। ऐसे में साक्षी मलिक का दावा करते हुए इस तरह की बात कहना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।

गंगा में मेडल बहाते तो हिंसा होने की थी आशंका

साक्षी मलिक ने कहा कि जब हम हरिद्वार में मेडल बहाने गए थे, वहां तंत्र से जुड़ा एक व्यक्ति बजरंग के पास आया और उसे साइड में ले गया। वहां बजरंग से कहा कि तुम्हारे मुद्दे पर ऊपर बात चल रही है। मेडल विसर्जित मत करो। 7 बजे तक बजरंग को रोके रखा। इसके बाद वहां भीड़ जुट गई और ऐसा माहौल बना कि मेडल बहाने जाते तो वहां हिंसा हो सकती थी। इसलिए हमने फैसला बदला।