हरियाणा के इस गांव में संगठित अपराध करने वालों का होगा बहिष्कार, जुर्माना भी लगेगा

Yuva Haryana : हरियाणा की एक ग्राम पंचायत ने आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर लगाम लगाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, नूंह जिला के कोल गांव की पंचायत ने संगठित अपराध को रोकने के लिए अपराधियों को आर्थिक दंड देने के साथ-साथ सामाजिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
एक प्रमुख समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गौ हत्या और अन्य संगठित अपराध नहीं होने दिए जाएंगे। अगर किसी ने पंचायत की नहीं सुनी तो एक लाख का आर्थिक दंड के साथ उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
इसके अलावा गांव पुलिस का पूरा सहयोग करेगी और आपराधिक लोगों के बारे में पुलिस को सूचना देकर उनकी धरपकड़ करवाएगी।
ग्रामीणों का कहना है कि कुछ आपराधिक प्रवृति के लोग के चलते क्षेत्र की बदनामी हो रही है। गांव के मौजिज लोगों ने इसके बारे में स्थानीय पुलिस अधिकारी को भी अवगत करवाया है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अच्छा माहौल बनाने की जिम्मेदारी ग्रामीणों की भी बनती है इसलिए वे अवैध काम एवं अपराध को रोकने के लिए आगे आएं हैं। अपने बच्चों को उच्च शिक्षा देने के साथ-साथ अच्छे संस्कार देंगे ताकि ये बड़े होकर अच्छे समाज का निर्माण कर अपने गांव, शहर एवं क्षेत्र का चहुंमुखी विकास कर सके।
आपको बता दें कि इस गांव में पहले ही पंचायत कर 11 सदस्यों की कमेटी का गठन किया जा चुका है। जो निगरानी कर पंचायत के फैसले को लागू करेगी।
वहीं पुलिस टीम भी मेवात में अपराध पर लगाने के लिए ड्रोन कैमरे का सहारा ले रही है। पुलिस ने कई गांवों का निरीक्षण कर ड्रोन से तस्वीर ली है।
आपको बता दें कि हाल ही में हरियाणा पुलिस ने नूंह में साइबर जालसाजों के ठिकानों पर रेड कर जांच में देशभर में लगभग 100 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का खुलासा किया था।
ये महाठग फर्जी सिम, आधार कार्ड इत्यादि द्वारा देशभर के लोगों से ठगी करते थे और फर्जी बनाए बैंक खातों में राशि डलवा देते ताकि पुलिस इन तक ना पहुंच सके।
इल जालसाजों द्वारा हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी, दिल्ली और यूपी से लेकर अंडमान निकोबार तक लोगों को निशाना बनाया जा चुका था। इनके पकड़े जाने से देशभर में साइबर ठगी के लगभग 28,000 केस ट्रेस हुए हैं।