हरियाणा के इस जिले भारी ओलावृष्टि, आधा दर्जन गांवों में धरती सफेद औऱ खेतों में फसलें बर्बाद

 

हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में आज दोपहर बाद कई गांवों में गिरे ओलों ने तबाही मचा दी है। 

करीब 2:30 बजे तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हुई और कुछ देर में ही धरती ओलों से सफेद हो गई। 

बुडीन, ढाढोत, निंबेहड़ा, भाखरी की ढाणी व अन्य गांवों में किसानों की बची खुची फसलें भी तबाह हो गई हैं। करीब एक घंटे तक यहां बारिश हुई और बड़े बड़े ओले गिरे।


महेंद्रगढ़ और असापास के क्षेत्र में रात से ही रुक रुक कर बारिश का दौर चला आ रहा है। 

शुक्रवार सुबह 6:00 तक बारिश हुई और 8 बजे तक बादल छाए रहे। उसके बाद 8:00 से दोपहर 1:00 बजे तक आसमान में सूर्य देव के दर्शन हुए और धूप भी निकली। 

उसके बाद आसमान में बादल छाए, तेज हवाएं चली और लगभग 2:30 बजे के बाद बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई।

क्षेत्र के गांव बुडीन, ढाढोत, निंबेहड़ा, भाखरी की ढाणी आदि क्षेत्रों में जमकर ओले गिरे हैं। इसके अलावा गांव बवानिया, खेड़ा, सुरजनवास, गागडवास, बचीनी, मुंडायम, नांगल हरनाथ, सुंदहरा मेघवास, बुचोली और आसपास के गांवों में जमकर बारिश हुई है। 

किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी गई। बारिश के कारण गेहूं व सरसों की फसल बिछ गई है और किसान प्रकृति के इस रूप के आगे मायूस दिखाई दिए।

किसानों का कहना है कि गेहूं की बुवाई के बाद से फसल तैयार होने तक फसल को जानवरों से बचाने के लिए रात-रात जागकर खेतों के चक्कर लगाए, ताकि आवारा पशुओं से फसलों को बचाया जा सके। 

फसलों को जानवरों से तो बचा लिया गया, लेकिन कुदरत की मार से कैसे बचाया जाए। उन्होंने बताया कि सरसों की फसल अच्छी हुई है, फसल को काटकर खेतों में साफ करने के लिए लगाया गया है। वहीं, खेतों में पड़ी सरसों की फसल पानी से भींगकर खराब खराब हो गई थी कुछ बची हुई फसल आज बर्बाद हो गई।