Haryana News: हरियाणा में गर्लफ्रेंड के हत्यारे को हुई उम्रकैद की सजा, साढ़े 3 साल पहले गोली मारकर दिया था वारदात को अंजाम, जानिए कहां का है मामला

Haryana News: हरियाणा के रेवाड़ी में लगभग साढ़े 3 साल पहले अपनी गर्लफ्रेंड की गोली मारकर हत्या करने वाले दोषी हेमंत लांबा को उम्रकैद हो गई है।
यह सजा शुक्रवार को एडिशनल सेशन कोर्ट के न्यायाधीश सरताज बासवाना ने सुनाई। साथ ही उस पर 1 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है।
जुर्माना नहीं भरने पर उसे 1 साल की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। 2 दिन पहले ही हेमंत को कोर्ट ने दोषी करार दिया था।
हेमंत पर गर्लफ्रेंड के मर्डर के अलगे दिन कैब ड्राइवर की हत्या करने का भी आरोप है। ये मामला राजस्थान कोर्ट में चल रहा है।
जानिए घटना
दरअसल, मूलरूप से राजस्थान के जिला हनुमानगढ़ के कस्बा संगरिया में हाइप्रोफाइल घर की रहने वाली दीप्ति का शव 6 दिसंबर 2019 को रेवाड़ी जिले के औद्योगिक कस्बा धारूहेड़ा में नंदरामपुर बास रोड पर पड़ा मिला था।
उसके प्राइवेट पार्ट पर गोली लगी मिली थी। कुछ दिन बाद पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा किया।
उसकी हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि दिल्ली के विश्वास नगर निवासी उसके बॉयफ्रेंड हेमंत लांबा ने की थी।
दीप्ति परिवार के साथ दिल्ली में ही रहती थी। उसके पिता का संगरिया में बिजनेस था।
दीप्ति की पढ़ाई के कारण परिवार भी दिल्ली में सेटल हो गया था। दिल्ली से ही उसके पिता अपना बिजनेस संभाल रहे थे।
फेसबुक के जरिए हुई थी मृतका की दोस्ती
दीप्ति की दोस्ती हेमंत लांबा से फेसबुक के जरिए हुई थी। दोनों के बीच 2 माह तक बातचीत होती रही।
पेशे से बॉडी बिल्डर हेमंत लंबा ने एक दिन उसे मुलाकात के बहाने बुला लिया।
चेहरा पसंद न आने पर उसने कार के अंदर ही गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
हेमंत ने दीप्ति के शव को धारूहेड़ा में लाकर फेंक दिया था।
साथ ही उसका फोन व अन्य चीजें अपने साथ लेकर भाग गया था।
धारूहेड़ा थाना पुलिस ने दीप्ति के गुम मोबाइल की लोकेशन निकाली तो वह एक्टिव निकला।
उसी के नंबर से एक ऐप पर कैब बुक मिली, लेकिन जब पुलिस उस कैब के चालक तक पहुंची तो पता चला कि चालक ही गायब है।
बाद में कैब के चालक देवेंद्र कुमार की लाश राजस्थान के जयपुर एरिया में अजमेर बाइपास पर मिली थी।
दरअसल, दीप्ति की हत्या के बाद हेमंत लांबा अपनी कार छोड़कर दीप्ति के मोबाइल से केब बुक कर भागा था।
रास्ते में उसने देवेंद्र की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी।
चूंकि कैब ड्राइवर को हेमंत लांबा पर शक हो गया था। जिसके बाद सुनसान जगह देखकर हेमंत ने उसका भी कत्ल कर दिया।
जिसका केस राजस्थान में चल रहा है।
कार बेचने गया सूरत
डबल मर्डर करने के बाद हेमंत लांबा गुजरात के सूरत में पहुंच गया। उसके पास देवेन्द्र की कैब थी।
सूरत में ही वह एक जगह लगे मेले में वह कैब को बेचने पहुंचा था।
लेकिन महंगी कीमत की कार सस्ते दाम पर बेचने के शक में डीलर को शक हो गया और उसने कैब पर लिखे नंबर पर कॉल कर दी और यहीं से हेमंत पुलिस के रडार पर आ गया।
कैब पर लिखे नंबर कंपनी के थे। कंपनी ने फौरन धारूहेड़ा थाना पुलिस तो सूचित किया।
धारूहेड़ा पुलिस ने सूरत पुलिस से संपर्क कर तुरंत हेमंत को गिरफ्तार कराया।
दीप्ति की हत्या में यूज कार मिली
इससे पहले हेमंत लांबा ने दीप्ति की हत्या दूसरी लग्जरी कार प्रयोग की थी।
जिसे हत्याकांड के फौरन बाद वह दिल्ली में एक जगह बेचकर कटवा आया।
उसके एक-एक पार्ट्स को अलग करा दिया, जिससे कोई सबूत न बचे। हालांकि बाद में पुलिस ने तमाम सबूत एकत्रित कर लिए थे।
दीप्ति के फोन से कैब बुक कर वह जयपुर के रास्ते पर निकला था।
बाद में उसने उस फोन को भी रास्ते में ही फेंक दिया और फिर कैब ड्राइवर देवेन्द्र को मार डाला।
कोर्ट में आज सुनाई गई सजा
सरकारी एडवोकेट जगबीर सहरावत ने बताया कि दीप्ति के मर्डर केस में हेमंत लांबा को 2 दिन पहले कोर्ट ने दोषी करार दिया था।
उसके खिलाफ धारूहेड़ा थाना में 302 व 201 के तहत FIR दर्ज थी। जिसमें पुलिस सहित कुल 26 गवाह कोर्ट में पेश किए गए।
केस से जुड़े सारे साक्ष्य रखे गए। एडिशनल सेशन कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया।
आज उसे उम्रकैद की सजा के साथ 1 लाख रुपए का जुर्माना धारा 302 में लगाया गया है।
इसके अलावा धारा 201 में उसे 4 साल की कैद व 5 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया है।
जुर्माना नहीं भरने पर उसे अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।