बेरोजगार युवाओं पर मेहरबान हरियाणा सरकार, डेयरी यूनिट स्थापित करने के लिए देगी 1.60 लाख रुपए लोन

 

गरीब परिवारों के उत्थान के लिए हरियाणा की मनोहर सरकार कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रही है और इन्हीं में से एक मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना है. इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को खुद का रोजगार शुरू करने के लिए सरकार बैंकों से सब्सिडी पर ऋण उपलब्ध कराती है. 

इसी कड़ी में महेन्द्रगढ़ जिले में एक रोजगार मेले का आयोजन किया गया था. रोजगार मेले में पहुंचे कनीना एसडीएम सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि जिन परिवारों की वार्षिक आय 1,80000 से कम है, उन लाभार्थियों को 19 विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों ने स्टॉल लगाकर लोगों को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों को स्वरोजगार और आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही है. साथ ही इन योजनाओं में सब्सिडी भी दी जा रही है.

1,60000 का लोन

रोजगार मेले में पहुंचे पशु चिकित्सक डॉ पवन कांगड़ा ने बताया कि दो दुधारू पशुओं के लिए 1,60000 का लोन दिया जा रहा है. उनके विभाग के अंतर्गत दो तरह के लोगों को लोन दिया जा रहा है. जनरल कैटेगरी में दो दूधारू पशुओं के लिए लोगों को 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही  है, जबकि एससी लाभार्थियों को पशुओं के लिए 50% सब्सिडी दी जा रही है. उन्होंने बताया कि भेड़-बकरी खरीदने के लिए छोटे किसानों को सामान्य श्रेणी में 25 प्रतिशत और एससी लाभार्थियों को 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है.

कौन- कौन उठा सकते हैं इस योजना का लाभ

• हरियाणा का मूल निवासी ही इस योजना का लाभ उठा सकता है.
• आवेदक की उम्र 18 साल से कम और 60 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
• जिसके पास योजगार का साधन होगा, वे योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे.
• पशुपालन और डेयरी विभाग की इस योजना का लाभ उठाने के लिए शैक्षणिक योग्यता या प्रशिक्षित होना जरूरी नहीं है.

कब दिया जाएगा योजना का लाभ

दो दुधारू पशुओं की डेयरी यूनिट स्थापित करने के लिए एकमुश्त 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है. यह राशि केवल पशुओं के खरीद/मूल्य पर डेयरी खोलने के 4 महीने बाद लाभ प्राप्तकर्ता के बैंक खाते में भेज दी जाती है.