हरियाणा को मिला वरदान जिसने प्राकृतिक के साथ-साथ किसानों को भी दिया घर बैठे लाखों का लाभ... जानिए

 

Yuva Haryana: हरियाणा के किसानों ने अपना कदम,अब बागवानी की तरफ उठाया है। दरअसल आपको बता दें, कि अब हरियाणा के किसान परंपरागत खेती की जगह बागवानी खेती पर रुख कर रहे हैं। आपको बता दें,कि किसानों के इस निर्णय से प्राकृतिक को कई गुना फायदा होने वाला है। हालांकि इस निर्णय से हरियाणा की सरकार भी उनका सहयोग कर रही है। अगर हरियाणा की बात करें

,तो वहां पर आज भी परंपरागत खेती पर अधिक ध्यान दिया जाता है। यहां पर लोग आज भी घर-घर में खेती करते हैं। लेकिन अब कुछ किसानों ने बागवानी खेती की तरफ अपना एक कदम बढ़ाया है। ऐसे किसान अन्य किसानों को भी प्रेरणा देते है। बता दे,कि इस खेती से किसानों का कही गुना लाभ हो रहा है। दरअसल आपको बता दें,कि जहां धान की खेती में ₹100000 का खर्चा होता है, और कड़ी मेहनत के बाद भी उन्हें कोई फायदा नहीं हो पाता। बागवानी खेती से घर बैठे पैसे मिल जाते हैं,और इससे अधिक पूंजी की हानि भी नहीं होती।

किसानों को हुआ बंपर लाभ
बता दें, कि हरियाणा की सरकार बागवानी की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहन दे रही है। हरियाणा के किसान चना,मूंग दाल, सरसों धान जैसी खेती को छोड़कर खेती को छोड़कर बागवानी खेती कर रहे हैं। जिससे कि पानी की बचत भी होगी। बता दे, कि बागवानी खेती में सफेदा नींबू और फलों के पेड़ लगाए जाएंगे। बता दें,कि फलों की और सब्जियों की खेती करने पर सरकार किसानों को सब्सिडी भी देती है,
और इसके अलावा भी किसानों को बागवानी खेती करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है,और बागबानी पर भी उन्हें अनुदान दिया जाता है। बता दें, कि किसानों का कहना है, कि बिना ज्यादा मेहनत के किसान प्रति एकड़ डेढ़ लाख रुपए तक कमाई कर सकता है। जो कि वह परंपरागत खेती से नहीं कर पाते थे। अब इससे इनको घर बैठे पैसे का लाभ मिलता है।
हरियाणा के सरकार द्वारा दिया गया प्रोत्साहन,किसानों को विकास की ओर ले जा रहा है। टोहाना के गांव डांगरा व बिडाई खेड़ा में किसान बागवानी की ओर दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इस इलाके में लगभग 300 एकड़ में अमरूद के बगीचे लगाए जा चुके हैं। इनमें से अधिकतर बगीचे बीते तीन-चार वर्षों से फल दे रहे हैं, तथा किसानों की आमदनी 2 गुना बढ़ चुकी है। कम लागत से किसान को अच्छा फायदा हो रहा है।