Yuva Haryana

शिकायतों का समाधान करने के लिए अब मैदान में खुद उतरे हरियाणा के सीएम मनोहर लाल, अधिकारियों की जमकर लगाई वाट

 


yuva haryana : हिसार के गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को आमंत्रित किया गया था और इस पूरे जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान उनके सामने कई शिकार के रखी गई और पूरे कार्यक्रम के दौरान उनके पास 428 शिकायतें आई। जिसके बाद शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द हो इसलिए उन्होंने विभागों के ग्रुप बना दिए जबकि कुछ विभागों की शिकायतें खुद मुख्यमंत्री ने सुनी।  इस पूरे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने तकरीबन 200 शिकायतें सुनी और उनका समाधान निकाला।


मुख्यमंत्री का कहना यह था कि वह इस पूरे कार्यक्रम के दौरान जितनी भी शिकायतों के समाधान दे पाए उन्होंने दिया। लेकिन ज्यादा टाइम लगने की वजह से बाकी शिकायतकर्ताओं से उन्होंने कहा कि वह अपनी शिकायत की कॉपी अधिकारियों को जमा करा दें। वह आश्वासन देते हैं कि उनकी परेशानी का समाधान जल्द से जल्द निकलवा देंगे।  हालांकि इससे कार्यक्रम स्थल पर थोड़ी सी अफरा तफरी जरूर मच गई।  लेकिन सभी को मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया कि सब की शिकायतों को सुना जाएगा और हर हाल में समाधान जरूर निकाला जाएगा।

जैसे ही उनकी शिकायत का समाधान निकलेगा तो शिकायतकर्ता खुद फोन पर उन्हें जानकारी देंगे। वहीं इस दौरान चीन भी अधिकारियों द्वारा यह लापरवाही करी गई है। मुख्यमंत्री द्वारा उनको भी लताड़ लगाई गई और इन सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने को भी मुख्यमंत्री ने कहा।

राजस्व विभाग से रिटायर्ड जगदीश का कहना था कि उनकी पेंशन 1 जनवरी 2016 से रिवाइज होनी थी लेकिन उसे रिवाइज पेंशन का लाभ मिला ही नहीं इस पर सीएम ने एसडीएम को शाम तक गलती करने वाले और गलती किस आधार पर हुई उसे जांच करने के तुरंत आदेश दिए।


इनमें से एक दयालपुर के मनीराम द्वारा शिकायत दी गई कि व्यवसायिक कनेक्शन लेने पर बिजली निगम ने सात हजार के सामान के पैसे नहीं दिए और इसी के साथ मीटर स्लो होने पर 16 हजार रुपए का जुर्माना भी लगा दिया तुरंत सीएम ने डीएचवीपीएन को अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आपकी गलतियों का दोष और खामियाजा जनता आखिर क्यों भुगते!  और तुरंत इनके पैसे वापस लौट आए जाए।

बिजली निगम के रिटायर ओमप्रकाश द्वारा भी शिकायत दर्ज करी गई कि उसे 6 महीने देरी से पेंशन के लाभ हुए सीएम का कहना हैं कि 44 लाख पेंशन तो मिली थी।  ओमप्रकाश का कहना है हां पेंशन मिली थी! परंतु अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।  सीएम ने कहा कि गरीबों की सहायता करो मेरे पास किसी का फोन आया तो मैं तुम्हारा नंबर जरूर दूंगा ।  अधिकारियों से भी कहा कि यह परेशानी आगे से किसी भी व्यक्ति के साथ नहीं होनी चाहिए।