हरियाणा बोर्ड की गजब कारिस्तानी, पहले छात्राओं को दिखाया फेल, फिर री- चैकिंग में मिलें 60-60 नंबर

 

Sirsa News: वार्षिक परीक्षा परिणाम को लेकर अपनी कारिस्तानियों की वजह से अक्सर सुर्खियों में छाया रहने वाला हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी एक बार फिर नए मामले की वजह से चर्चाओं में बना हुआ है। इस बार मामला सिरसा जिले के कन्या राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, नाथूसरी कलां से जुड़ा हुआ है, जहां पहले कुछ छात्राओं को बोर्ड रिजल्ट में फेल घोषित किया गया था लेकिन जब इन्होंने रि- चैकिंग के फॉर्म भरें तो चौंकाने वाला रिजल्ट सामने आया।

जहां पहले इन छात्राओं को फेल दिखाया गया था तो वहीं दोबारा पेपर चेक करवाने पर उन्हीं छात्राओं को 80 में से 60 नंबर प्राप्त हुए हैं। बोर्ड की इस लापरवाही पर स्कूल प्रिंसिपल सतबीर सिंह ने एक पत्र शिक्षा बोर्ड के सचिव को प्रेषित किया है, ताकि लापरवाही बरतने वाले अध्यापक पर कारर्वाई की जा सके। 

प्रिंसिपल ने दी ये जानकारी

कन्या राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, नाथूसरी कलां के प्रिंसिपल सतबीर सिंह ने बताया कि मार्च, 2023 की वार्षिक परीक्षा में कक्षा बारहवीं से कुल 73 छात्राएं शामिल हुई थी। इनमें इंग्लिश विषय में आठ छात्राओं की रि- अपीयर आई थी। अपने रिजल्ट से नाखुश इन आठ में से 6 छात्राओं ने पुनर्मूल्यांकन करवाने हेतु आवेदन किया था।

जिन छात्राओं ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था, उनके दोबारा जारी किए गए रिजल्ट में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिली। पहले इंग्लिश विषय में संतोष नाम की छात्रा को शून्य अंक दिए गए थे लेकिन दोबारा चेक करवाने पर उसे 34 नंबर मिलें।

इसी तरह शर्मिला के पहले दो और अब 28, प्रियंका के पहले 13 और अब 52, तसलीम के पहले 15 और अब 44, प्रीति के पहले 27 और अब 60 व सोमती के पहले 28 और अब 60 अंक दर्शाए गए हैं। वहीं दो छात्राएं आर्थिक तंगी के चलते पुनर्मूल्यांकन हेतु आवेदन नहीं कर पाई, जिनमें भतेरी जिसके चार अंक व रीतू के 16 अंक दर्शाए गए हैं। 

 इस मामले को लेकर अब प्रिंसिपल सतबीर सिंह ने बोर्ड के सचिव से आग्रह किया कि वे स्वत: इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए पुनर्मूल्यांकन से वंचित गरीब छात्राओं की उत्तर पुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन करवाकर उन्हें न्याय दिलवाएं एवं मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले अध्यापक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।