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हरियाणा के किसान अपने खेत में ही लगा सकते है यूरिया की फैक्ट्री, बस करना होगा ये काम

 

Cultivation of dhaincha: जमीन की उर्वरा शक्ति को देखते हुए और जमीन के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए विभाग ने किसानों को 80 फीसदी सब्सिडी देने का फैसला किया है। वहीं कैथल जिले के किसानों को 25 हजार एकड़ क्षेत्र की बिजाई के लिए 3000 क्विंटल ढैंचा के बीज दिया जाएगा।

 

किसानों को बीज हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केन्द्रों के माध्यम से बांटा जाएगा। ढैंचा का बीज प्राप्त करने के लिए किसानों को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट अग्रणी हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि पंजीकरण 4 अप्रैल 2023 तक जारी रहेगा।

 

एक किसान अधिकतम 120 किलोग्राम या 10 एकड़ तक का बीज प्राप्त कर सकता है। बीज लेते समय किसान को अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या किसान कार्ड बिक्री केन्द्र पर प्रस्तुत करना होगा।

किसान को बीज के कुल मूल्य का 20 प्रतिशत मूल्य बिक्री केन्द्र पर बीज प्राप्त करते समय जमा करवाना होगा। उन्होंने बताया कि स्कीम के अनुसार निरीक्षण के दौरान यदि किसान के खेत में ढैंचा बीज की बिजाई नहीं हुई पाई गई तो उस किसान को 80 प्रतिशत अनुदान राशि विभाग में जमा करवाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

यदि वह ऐसा नहीं करता तो वह मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकृत उसी भूमि पर कृषि विभाग की स्कीमों का लाभ आगामी 1 वर्ष तक प्राप्त करने से वंचित हो जाएगा। हरी खाद हेतू ढैंचा बीज प्राप्त करने के लिए विभाग की वेबसाइट पर जल्द पंजीकरण करवाएं।