हरियाणा पुलिस में नौकरी के नाम पर ठगी, दो सगे भाइयों से 24 लाख रूपए मांगे, 6 लाख लिए एडवांस

 
Yuva Haryana: हरियाणा में नौकरी में के नाम पर होने वाली ठगी अब ज्यादातर लोगों के साथ हो रही है वही अंबाला के गांव बिहटा निवासी सुशील व मुकेश कुमार सेछह लाख रुपये ठग लिए गए। आरोप गांव नागल निवासी सुशील कुमार व अंबाला के गांव बालटी निवासी खुशीराम और सोनिया अरोड़ा नाम की महिला पर है।
आरोपितों के खिलाफ जून 2022 में सुशील व मुकेश के पिता जयपाल ने एसपी को शिकायत दी थी। जांच आर्थिक अपराध शखा को दी गई थी। 16 अगस्त 2022 को पंचायती फैसला हुआ कि आरोपित 15 हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से पैसा लौटाएंगे। इसके बावजूद उन्होंने पैसा वापस नहीं किया। अब मामले में जयपाल की शिकायत पर शहर यमुनानगर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।
नौकरी लगवाने के नाम पर मांगे 24 लाख रुपए
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, जयपाल फिलहाल साहा में रह रहा है। उन्होंने अपनी बेटी की गांव बालटी में की है।
यहां पर उनका आना जाना रहता है। दिसंबर 2018 में जयपाल के बेटे संदीप की मुलाकात हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर के पद पर नियुक्त गांव बालटी के खुशीराम से हुई, जिसने बताया कि उसकी नौकरी गांव नागल के सुशील कुमार ने लगवाई थी। उसकी चंडीगढ़ सचिवालय में अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है।
जिस पर जयपाल ने खुशीराम से अपने बेटे संदीप व मुकेश कुमार की नौकरी लगवाने के बारे में बात की। दोनों ने पुलिस सब इंस्पेक्टर पद के लिए लिखित परीक्षा दे रखी थी। आरोपित की बातों में आकर वह सुशील कुमार से यमुनानगर में मिले। जहां उसने नौकरी लगवाने के नाम पर 24 लाख रुपये मांगे। दस लाख रुपये पहले देने की बात हुई। आरोपित सुशील ने उनकी बात हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में एक महिला से भी कराई।
कुछ दिन बाद जयपाल अपने बेटे व दामाद के साथ यमुनानगर में सुशील कुमार व खुशीराम से मिला। यहां उन्हें छह लाख रुपये नकद दिए और चार लाख रुपये के बिना तारीख के चेक दिए। आरोपितों ने आश्वस्त किया कि जब काम हो जाएगा। तभी इन चेकों को बैंक में लगाएंगे। आरोपितों ने एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी ली और फिर से आयोग में सोनिया अरोड़ा नाम की महिला से बात कराई। कुछ दिनों बाद लिखित परीक्षा का परीणाम आया तो जयपाल के दोनों लड़कों का नाम लिस्ट में नहीं था।
झांसा देकर ऑरिजनल दस्तावेज भी ले लिए
आरोपितों से बात की तो वह कहने लगे कि फाइनल लिस्ट में नाम आएगा। आरोपितों ने डायरेक्ट ज्वाइनिंग कराने का झांसा देकर ऑरिजनल दस्तावेज भी ले लिए। फाइनल लिस्ट में भी नाम नहीं आया तो आरोपितों से फिर बात की, लेकिन आरोपित टाल मटोल करते रहे।
काफी समय बीतने के बाद जब आरोपितों से पैसे व चेक वापस मांगे तो वह बहाने बनाने लगे। कभी कहने लगे कि वह रेलवे, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में नौकरी लगवा देंगे। कभी किसी अन्य सरकारी विभाग में नौकरी लगवाने की बात कही। बाद में आरोपितों के बारे में जयपाल ने अपने स्तर पर पड़ताल की तो पता लगा कि इन्होंने पहले भी कई लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की है। आरोपित सुशील पर केस दर्ज हैं। वह जमानत पर बाहर आया हुआ है।