Yuva Haryana

हरियाणा-पंजाब के कर्मचारियों को बड़ा झटका, चंडीगढ़ में दोनों राज्यों का कोटा खत्म करने की तैयारी में यूटी

 

Yuva Haryana : यूटी प्रशासन ने हरियाणा और पंजाब के कर्मचारियों को बड़ा झटका दिया है। यूटी के नए नियमों के अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों के लिए चंडीगढ़ में डेपुटेशन का रास्ता बंद की तैयारी हो रही है। इस संबंध में यूटी प्रशासन के हायर एजुकेशन विभाग ने दोनों प्रदेशों का कोटा खत्म करते हुए नियम ड्राफ्ट जारी कर दिया है। 

दरअसल, यूटी प्रशासन में हरियाणा और पंजाब के कर्मचारियों का 15 प्रतिशत कोटा था। अब यूटी ने इस 15 प्रतिशत कोटे को भी खत्म कर दिया है। इस बात का पता उस समय लगा जब यूटी द्वारा अप्रैल में होने वाली सहायक प्रोफेसर की भर्ती के नियमों में संशोधन किया गया।

इस भर्ती के लिए सभी पद यूटी कैडर के होंगे जबकि चंडीगढ़ हरियाणा और पंजाब की राजधानी होने के बावजूद दोनों राज्यों को इस भर्ती से दूर कर दिया गया है।   

चंडीगढ़ में हरियाणा-पंजाब के कर्मचारियों का धीरे-धीरे कोटा खत्म करने का काम किया जा रहा है। साल 2022 में यूटी द्वारा केंद्र सेवा नियम लागू किए गए। इन नियमों के लागू होने के बाद हायर एजुकेशन विभाग में कॉलेज लेक्चरर का कोटा पांच प्रतिशत घटा दिया गया और चंडीगढ़ का कोटा 80 से बढ़ाकर 85 प्रतिशत कर दिया गया।

 इन नियमों के मुताबिक हरियाणा पंजाब का कोटा 20 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत रह गया। इस 15 प्रतिशत कोटे में पंजाब के कर्मचारियों की 60 और हरियाणा की 40 प्रतिशत हिस्सेदारी थी लेकिन अब इस कोटे को भी खत्म करने का काम यूटी द्वारा किया जा रहा है। 

हालांकि अभी तक दोनों राज्यों की तरफ से इस मामले में कोई आपत्ति नहीं जताई गई है लेकिन यूटी में पंजाब और हरियाणा के कर्मचारियों का प्रतिनियुक्ति की समय सीमा तय किए जाने का विरोध दोनों राज्य जता रहे हैं।