कुश्ती विवाद में अकेले पड़ते दिख रहे बजरंग-विनेश, बहिष्कार के बावजूद कई पहलवानों ने दिया ट्रायल

Yuva Haryana : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर गंभीर आरोप लगाने के मामले में दिल्ली जंतर-मंतर से शुरू हुई लड़ाई में अब ओलंपियन बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट अकेले पड़ते नजर आ रहे हैं। इस लड़ाई में अब तक साथ दे रहे कई पहलवान किनारा करते हुए नजर आ रहे है।
दरअसल, कुश्ती विवाद के दौरान बहुत सारे पहलवानों ने प्रतियोगिताओं के बहिष्कार करने की बात कही थी लेकिन अब कई पहलवानों ने एशियन चैंपियनशिप के लिए ट्रायल दिया है और देश के लिए अपना चयन करवाया है। इन हालातों के बाद बजरंग और विनेश की चिंता बढ़ गई है।
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, सरिता मोर, सोनम मलिक, अंशु मलिक, दीपक पूनिया सहित कई पहलवान दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण समेत मनमानी करने के कई गंभीर आरोप लगाए थे।
इसके बाद पहलवानों के इस धरने को बहुत सारे पहलवानों, कोचो का समर्थन मिला था। पहलवानों के विरोध के बाद केंद्रीय खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ ने पहलवानों के आरोपों की जांच के लिए कमेटियों का गठन कर दिया था।
इस दौरान पहलवानों ने ऐलान किया था कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता वे किसी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता या ट्रायल में नहीं देंगे। यहां तक कि पहलवानों ने क्रोएशिया और मिस्र में आयोजित प्रतियोगिताओं में भी भाग नहीं लिया था।
लेकिन अब 10 व 11 मार्च को एशियन चैंपियनशिप के लिए दिल्ली में हुए ट्रायल में कई पहलवानों ने ट्रायल दिया, इस ट्रायल के लिए सिर्फ बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ही नहीं पहुंचे थे।
वहीं पहलवान विनेश फोगाट का कहना है कि उन्हें सरकार से न्याय की पूरी उम्मीद है। वे 20 मार्च तक मंत्रालय के फैसले का इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर उसके बाद भी उनके साथ न्याय नहीं होता है तो वे फिर से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठेंगे और सबूत लेकर पुलिस के पास जाएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे।