अर्जित मर्डर केस: 11वीं कक्षा के छात्र ने 'CID' देख रचा षड्यंत्र , पुलिस को बताया कैसे दिया वारदात को अंजाम?
May 18, 2023, 12:48 IST

Yuva Haryana: हरियाणा सोनीपत में टीडीआई एस्पेनिया में 9 साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या के मामले में आरोपित 15 साल के किशोर को गिरफ्तार किया गया है। 11वीं छात्र ने पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है।
किशोर पकड़े जाने पर पहले पुलिस को इधर-उधर की कहानियां सुनाने लगा जब उससे पहले पूछा गया तो उसने कहा कि स्कार्पियो सवार युवकों ने अर्जित को उन्हें सौंपने के लिए 5000 देने की बात कही थी तो उसने अर्चित को उन्हें सौंप दिया दोबारा उससे पूछताछ की तो उसने अपना वारदात करना स्वीकार कर लिया।
बहालगढ़ थाने के एसएचओ ऋषि कांत ने बताया कि आरोपी छात्र ने कहा कि घर का गुजारा नहीं हो रहा था घर की माली हालत काफी खराब थी । मां और छोटा भाई पैसों को लेकर परेशान थे ।
मेरे स्कूल में अमीर घरों के बच्चे पढ़ते हैं सभी के बड़े शौक है मैं भी पैसे कमाना चाहता था , मैं ढाई महीने से सोसाइटी में आता था । किशोर ने बताया कि उसकी दोस्ती अर्जित से हो गई थी । अर्चित के घर की स्थिति काफी बेहतर होने की वजह से उसने अर्जित से दोस्ती और बढ़ा ली। अर्जित ने बताया कि उसके पापा की सैलरी 2.50 लाख रुपए है तभी मेरे मन में लालच आया और मैंने अर्जित का अपहरण कर लिया उसके पापा से 6 लाख रुपए मांगे।
उसने कहा कि उसने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया है वह अर्जित के हाथ पर बांधने की कोशिश कर रहा था लेकिन वह रोने लग गया, उसके बाद उसने पाना मारकर उसका गला दबा कर हत्या कर दी ।
किशोर ने कहा कि मेरा मकसद सिर्फ पैसे लेना था मारने के बाद वह घर गया खाना खाया फिरौती के लिए लेटर लिखा था 2 बजे अर्जित के मकान में फिरौती का लेटर फेंक कर आया यह सब मैंने पैसों के लिए किया था हालांकि मृतक के परिजनों ने गहनता से जांच की मांग की है।
मृतक के पिता का बुरा हाल
वारदात की शाम 6 बजे अर्जित अचानक से गायब हो गया सीसीटीवी में अजित के साथ एक लड़का दिखाई दिया शाम 8 बजे उसके घर गए जहां उसकी मां और वही लड़का मिला लेकिन उसकी मां ने उसके लड़के को भगा दिया ।
पुलिस थाने में उनकी रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई सोसायटी के लोगों ने आरोपी को पकड़ लिया पुलिस वालों से कहा कि इससे सख्ती से पूछो लेकिन उन्होंने मना कर दिया । इसके बाद 3 बजे उनके मकान में एक पत्र मिला जिसमें छह लाख की डिमांड की गई थी। मैं पैसे जुटाने के लिए सोनीपत गया कई एटीएम से मैंने 4 लाख निकाले। उसके बाद पुलिस वालों का फोन आया कि पैसे मत देना बेटा मर गया है ।
बेटे के अपहरण व हत्या में कई लोग शामिल हो सकते हैं हत्यारोपी ने वीडियो में कबूला है कि उसे 15 सो रुपए दिए गए थे उसका काम बच्चे को बेसमेंट तक पहुंचाना था अगले दिन हत्यारोपी छात्र को 50 हजार मिलने थे असली कातिल अभी पकड़ से दूर है।
आरोपी की मां ने कहा मर भी जाए तो गम नही
आरोपी की मां ने कहा कि पहले मैं टीडीआई एस्पेनिया में रहती थी। लेकिन वहां पर मेरी टिफिन सर्विस बंद हुई तो छोटे फ्लैट में रहने लगी । घर का खर्च मायके वाले और एक धर्म का भाई चलाता था। पति की मानसिक स्थिति ठीक ना होने के चलते 5 साल से अलग रह रही हूं ।
दो बेटे हैं बड़ा बेटा 11वीं कक्षा में पढ़ता है । मैं थाने में बेटे से मिली बेटे ने मुझे बताया कि मां को गरीब हालत में नहीं देख सकता था। उसका मकसद बच्चे को मारना नहीं था। मैं केवल पैसे वसूलना चाहता था। वो रोने लगा तो उसने मार दिया ।
मेरे बेटे ने एक घिनौना काम किया है एक मां को जीवन भर का दर्द दिया है यदि मेरे बेटे को सरेआम मार देंगे तो भी मुझे कोई गम नहीं होगा पैसे चाहिए थे तो मुझे बताता है मैं अपनी किडनी तक बेच दी थी अब दसवीं में बेटे के 66% अंक आए हैं मेरा बेटा सीआईडी में क्राइम पेट्रोल जैसे सीरियल काफी दिखता था।