
हरियाणा में मानसून की वर्षा ने दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश को पछाड़ दिया है। एक जून से 31 जुलाई तक हरियाणा में सामान्य वर्षा 203.8 मिलीमीटर है जबकि अभी तक 255.6 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। यह सामान्य वर्षा से 25 प्रतिशत अधिक है। अत्यधिक वर्षा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा के पड़ौसी राज्यों में सिर्फ राजस्थान ही हमने अब तक वर्षा में आगे है। बाकी उत्तर प्रदेश, पंजाब और दिल्ली तीनों राज्य काफी पीछे हैं।
दिल्ली में सामान्य वर्षा 251.6 की तुलना में 240.9 मिलीमीटर वर्षा हुई है। जोकि सामान्य से चार प्रतिशत कम है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश में 184.1 मिलीमीटर वर्षा हुई है जबकि यहां पर सामान्य वर्षा 318.9 मिलीमीटर होनी चाहिए थी। यहां पर भी सामान्य से 42 प्रतिशत वर्षा कम हुई है। इसके साथ ही पंजाब में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। यहां पर 258 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने गहरे कम दबाब का क्षेत्र व मानसून टर्फ सामान्य स्थिति में बने रहने के कारण इन मौसमी सिस्टमों से मानसून की सक्रियता हरियाणा में 3 अगस्त तक बने रहने की संभावना है जिससे राज्य के ज्यादातर स्थानों पर हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की भी संभावना है।
रविवार को किस जिले में कितनी वर्षा
हरियाणा में मानसून सीजन में अभी तक वर्षा की स्थिति
जिले- वर्षा हुई (मिलीमीटर)- सामान्य वर्षा (मिलीमीटर)- कितने प्रतिशत अधिक
भिवानी- 152.6- 146.4- 4
चरखी दादरी- 241.3- 192.2- 26
गुरुग्राम- 246.2- 222.5- 11
करनाल- 352.6- 262.6- 34
कुरुक्षेत्र- 312.5- 200.2- 56
महेंद्रगढ़- 240.7- 201.8- 19
नूंह- 235.3- 200.9- 17
पलवल- 245.3- 168.8- 45
पंचकूला- 434.3- 406.3- 7
पानीपत- 332.0- 205.6- 61
रेवाड़ी- 219.0- 198.4- 10
रोहतक- 306.8- 217.8- 41
सिरसा- 196.4- 123.4- 59
इन जिलों पर मानसून रहा मेहरबान
फतेहाबाद- 291.4- 128.1- 127
कैथल- 362.0- 179.8- 101
झज्जर- 309.9- 174.0- 78
जींद- 311.5- 189.6- 64
हिसार- 221.2- 149.9- 48