गजब तकनीक: अब किसानों की फसलें नहीं होंगी बर्बाद, जानवरों के आते ही बजेगा तेज सायरन और मोबाइल पर आएगा मैसेज

New Technique: हरियाणा के किसान जानवरों से फसल बचाते- बचाते परेशान हो चूके हैं, लेकिन अब किसानों के लिए एक अच्छी खुशखबरी है।
दरअसल बीटेक कर रहे चार छात्रों ने एक ऐसा फसल रक्षक यंत्र बनाया है जो आपके खेत के पास जानवर के आने पर तेज आवाज में हूटर बजाएगा। इतना ही नहीं मोबाइल पर मैसेज भी भेजेगा। हालांकि हूटर तब तक बजेगा जब तक जानवर खेत से दूर नहीं चले जाते।
इन युवाओं ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर आधारित इस यंत्र का नाम फसल रक्षक रखा है। ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इस नवाचार को स्वीकृति भी दी है।
फसल रक्षक यंत्र को बनाने में 40 से 50 हजार रुपये की लागत आई है। छात्र लागत कम करने और सेंसर का दायरा बढ़ाने में जुटे हैं। बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के हर्ष कुमार मिश्रा, शिवम कुमार चौरसिया, आदित्य कसौधन और अनिल कुमार चौधरी ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स आधारित यंत्र को बनाया है।
इस यंत्र को बनाने में करीब एक महीने का समय लगा है। फसल रक्षक यंत्र की खासियत ये है कि यह जहां लगेगा, उसके 500 मीटर के दायरे में किसी भी जानवर के आने पर तेज आवाज में हूटर बजाएगा।
इसमें एक मोबाइल सिम भी लगाई गयी है, जिसमें 20 नंबर दर्ज किए जा सकते हैं। सभी नंबरों पर ‘अटेंशन प्लीज’ का मैसेज आएगा। मैसेज आते ही किसान सतर्क हो जाएंगे और पशु फसल को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे।
आपको बता दें कि नवाचार को पेटेंट कराने के लिए आवेदन किया गया है। पेटेंट होने के बाद बाजार में लाने के लिए यंत्र बनाया जाएगा। छात्रों ने पहचान के लिए फोटो के आधार पर जानवरों की कोडिंग की है।
जिसमें नीलगाय, गाय, भैंस, सांड आदि जानवरों के साथ ही कुछ पक्षियों का फोटो भी अपलोड किया गया है। जैसे ही ये जानवर खेत की तरफ बढ़ेंगे, सेंसर इन्हें पहचान लेगा।