हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की 3 अगस्त को दिल्ली दरबार में हाजिरी, राहुल गांधी भी रहेंगे मौजूद

Haryana News: 3 अगस्त को हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बैठक के लिए दिल्ली तलब किया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में पार्टी मुख्यालय पर होने वाली इस बैठक में राहुल गांधी भी उपस्थित रहेंगे। पार्टी का मुख्य एजेंडा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव हैं और हरियाणा की सभी 10 सीटों पर जीत को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।
वहीं इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के भीतर चली आ रही अंतर्कलह का मामला भी गर्मा सकता है। इसके अलावा पार्टी संगठन को खड़ा करने पर भी विचार किया जाएगा। बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस नौ साल से बिना संगठन के चल रही है।
दूसरी ओर, लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया भी बैठकें कर रहे हैं। अब तक 4 लोकसभा क्षेत्रों फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत और करनाल से जुड़े नेताओं व वरिष्ठ वर्करों के साथ वे संवाद कर चुके हैं।
माना जा रहा है कि इसी कड़ी में यह बैठक बुलाई गई है। दरअसल, विपक्षी दलों द्वारा मिलकर बनाए गए ‘इंडिया’ के बाद से कांग्रेस उन राज्यों को लेकर काफी गंभीर है, जहां से उसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। हरियाणा से राहुल को बड़ी ‘आस’ है। बैठक में पूर्व सीएम व विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष चौ. उदयभान, राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, तोशाम विधायक किरण चौधरी तथा पूर्व वित्त मंत्री कै. अजय सिंह यादव विशेष रूप से आमंत्रित हैं।
बैठक में चारों कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र कुमार भारद्वाज, रामकिशन गुर्जर, श्रुति चौधरी और सुरेश गुप्ता भी शामिल होंगे। सूत्रों का कहना है कि हुड्डा व एंटी हुड्डा खेमे की ओर से अपने-अपने समर्थकों को बैठक में शामिल किया जाएगा। दोनों खेमों के कुछ विधायक व नेता बैठक में जा सकते हैं। बैठक में पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया भी मौजूद रहेंगे।
2019 में हुआ था सुपड़ा साफ
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का सुपड़ा साफ हो गया था और उसे सभी दस सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा था। इंडिया’ की कोशिश है कि देशभर में कम से कम 400 लोकसभा सीटों पर बीजेपी के खिलाफ एक ही प्रत्याशी मैदान में हो।
SRK ग्रुप हुआ एक्टिव
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा के विरोधी गुट के नेता आजकल एक ही मंच पर नजर आ रहे हैं। SRK ग्रुप यानि शैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी मिलकर मौजूदा BJP-JJP गठबंधन सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं तो साथ ही हुड्डा के खिलाफ बयानबाजी करने से भी नहीं चूक रहे हैं। ऐसे में सभी की नजरें 3 अगस्त को होने वाली मीटिंग पर टिक गई है।
हरियाणा सभी के लिए अहम
हरियाणा में बेशक लोकसभा सीटों की संख्या का आंकड़ा कम हो लेकिन इसके राजनीतिक मायने काफी अधिक है। दस सीटों वाला हरियाणा तीन ओर से राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली को घेरता है। ऐसे में हर राष्ट्रीय पार्टी की यह कोशिश रहती है कि हरियाणा में किसी भी स्थिति में नुकसान न हो। जहां बीजेपी 2019 के प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी तो वहीं कांग्रेस अपनी खोई साख फिर से हासिल करने का हरसंभव प्रयास करेगी।
एकजुटता की कोशिश
बैठक में राहुल गांधी की उपस्थिति के कई बड़े मायने हैं। हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की अंतर्कलह से हर कोई वाकिफ हैं और यह बात दिल्ली दरबार में भी पहुंच चुकी है। कांग्रेस पार्टी नही चाहती है कि नेताओं के बीच आपसी खींचतान की वजह से पार्टी को नुकसान झेलना पड़े। ऐसे में संभव है कि बैठक में एक बार फिर कांग्रेसियों को एकजुटता और अनुशासन का पाठ पढ़ाया जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सिर जोड़ने की कोशिश नेतृत्व कर सकता है।